बेगूसराय। 12 दिसंबर 2025। नेशनल पॉजिटिव न्यूज़।
मिशन परिवार विकास कार्यक्रम के अंतर्गत परिवार नियोजन साधनों के विस्तार को लेकर शुक्रवार, 12 दिसंबर 2025 को जिला स्तर पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह प्रशिक्षण सिविल सर्जन बेगूसराय डॉ. अशोक कुमार की अध्यक्षता में आयोजित हुआ, जिसमें जिले के प्रत्येक प्रखंड से चयनित दो-दो स्टाफ नर्स एवं एएनएम ने भाग लिया।
अस्थाई विधि से घटेगा टोटल फर्टिलिटी रेट: प्रशिक्षण के दौरान सिविल सर्जन डॉ. अशोक कुमार ने कहा कि परिवार नियोजन की अस्थाई विधियां टोटल फर्टिलिटी रेट को कम करने में अहम भूमिका निभाती हैं। उन्होंने बताया कि इन विधियों को स्वास्थ्य उपकेंद्र से लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तक प्रभावी रूप से अपनाया जा सकता है।
स्वस्थ परिवार, स्वस्थ समाज का आधार: जिला कार्यक्रम प्रबंधक नसीम रजी ने कहा कि परिवार नियोजन की स्थाई और अस्थाई दोनों विधियों को अपनाने से स्वस्थ परिवार और सशक्त समाज का निर्माण संभव है। वहीं जिला सामुदायिक उत्प्रेरक ऋषिकेश कुमार और जिला समन्वयक आरबीएसके डॉ. रतीश रमन ने परिवार विकास के लिए परिवार नियोजन की आवश्यकता पर विस्तार से प्रकाश डाला।
अंतरा एमपीए व गर्भनिरोधक गोलियों पर विशेष प्रशिक्षण: प्रशिक्षण में अंतरा-एमपीए इंजेक्शन के डोज, लगाने की विधि, प्रभाव अवधि (तीन माह) तथा कार्ड व रजिस्टर भरने की प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी दी गई। साथ ही माला-एन, छाया और ईजी पिल जैसी गर्भनिरोधक गोलियों के सेवन के सही तरीके, समय और सावधानियों के बारे में भी बताया गया।
परामर्श और पोर्टल पर प्रविष्टि पर जोर: जिला डाटा सहायक कुणाल कुमार ने लाभार्थियों को सही परिवार नियोजन साधन चयन में सहायता और परामर्श की भूमिका को समझाया। प्रथम त्रैमास की गर्भवती महिलाओं को परिवार नियोजन परामर्श देने पर विशेष जोर दिया गया, ताकि दो बच्चों के बीच उचित अंतर रखा जा सके और मां एवं शिशु दोनों स्वस्थ रहें। साथ ही परिवार नियोजन साधनों की मासिक मांग और वितरण को FPLMIS पोर्टल के माध्यम से दर्ज करने की प्रक्रिया की भी जानकारी दी गई।— नेशनल पॉजिटिव न्यूज़






Total views : 63010