बेगूसराय। 2 अक्टूबर 2025। नेशनल पॉजिटिव न्यूज़
कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार सरकार तथा जिला प्रशासन बेगूसराय के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित 53वें जिला स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर सृजनोत्सव 2025 अंतर्गत चित्रकला एवं मूर्तिकला प्रदर्शनी तथा ओपन माइक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

चार दिवसीय प्रदर्शनी ने बटोरा सराहना: यह प्रदर्शनी 29 सितंबर से 2 अक्टूबर 2025 तक अटल भवन, गांधी स्टेडियम, बेगूसराय में आयोजित रही। प्रातः 11 बजे से शाम 5 बजे तक चलने वाले इस आयोजन में बड़ी संख्या में कला प्रेमियों एवं नागरिकों ने भागीदारी की। समापन दिवस पर विभिन्न विद्यालयों के बच्चों, शिक्षकों और जिला शिक्षा पदाधिकारी मनोज कुमार सहित कई प्रशासनिक अधिकारियों ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया। प्रदर्शनी में पेंटिंग में मधुबनी पेंटिंग, मूर्तिकला, कले मूर्तिकला सहित अन्य पेंटिंग और कालात्मक चीजों की प्रदर्शनी लगायी गई थी।

स्थानीय कलाकारों की शानदार प्रस्तुति: वरिष्ठ कलाकारों इन्द्र मोहन प्रसाद, मनोज शाह, उमेश शर्मा, नीलू सिंह, मनीष कुमार कौशिक, अंकित कुमार, राजीव कुमार शर्मा, अमर कुमार, मनीष कुमार, विरेन्द्र कुमार नागर, रोशन ध्रुव, मीनल कुमारी और प्रवीण कुमार ने अपनी उत्कृष्ट कृतियों से दर्शकों का मन मोह लिया। प्रदर्शनी में भारतीय लोक परंपरा, मधुबनी चित्रकला, लघु चित्र एवं सामा-चकेवा पर आधारित कलाकृतियाँ विशेष आकर्षण का केंद्र रहीं।
कलाकारों को मिला सम्मान: समापन समारोह के मुख्य अतिथि शकील आलम, अपर समाहर्ता सह लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी, बेगूसराय ने सभी प्रतिभागी कलाकारों को अंगवस्त्र, प्रशस्ति-पत्र एवं स्मृति-चिह्न देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा “कला समाज का दर्पण है। इस प्रकार के आयोजन से न केवल कलाकारों को अवसर मिलता है, बल्कि समाज भी अपनी परंपरा और संस्कृति से जुड़ाव महसूस करता है।”
ओपन माइक बना आकर्षण का केंद्र: सृजनोत्सव के दौरान 29 सितंबर से 1 अक्टूबर तक आयोजित ओपन माइक कार्यक्रम में जिले के लगभग 75 कलाकारों ने अपनी प्रतिभा का परिचय दिया। इसमें लोक नृत्य, लोक संगीत, शास्त्रीय संगीत और काव्य-पाठ शामिल रहे, जिन्हें दर्शकों ने खूब सराहा।
धन्यवाद ज्ञापन एवं शुभकामनाएँ: समापन अवसर पर जिला कला एवं संस्कृति पदाधिकारी श्याम साहनी ने आयोजन में सहयोग करने वाले सभी कलाकारों और नागरिकों का आभार जताया। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी इस तरह के आयोजन से स्थानीय कला और संस्कृति को बढ़ावा मिलता रहेगा। साथ ही उन्होंने जिलेवासियों को जिला स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ दीं।
👉 इस प्रकार, सृजनोत्सव 2025 ने चार दिनों तक बेगूसराय की धरती को कला, संस्कृति और रचनात्मकता के रंगों से सराबोर कर दिया।






Total views : 63010