बेगूसराय। 1 दिसम्बर 2025 । नेशनल पॉजिटिव न्यूज़
जी.डी कॉलेज में सोमवार को राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) और सेहत केंद्र के संयुक्त प्रयास से एड्स जागरूकता एवं महिलाओं पर हो रही हिंसा के उन्मूलन पर एक व्यापक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्रों को सही जानकारी देना और समाज में जागरूकता को और मजबूत करना था।
एचआईवी/एड्स पर मिथक और वास्तविकता पर चर्चा : कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सेहत केंद्र की नोडल ऑफिसर एवं NSS यूनिट-1 की कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. सहर अफ़रोज़ ने कहा कि आज के समय में स्वास्थ्य सुरक्षा और लैंगिक समानता दोनों ही विषयों पर लगातार जागरूकता की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि एड्स को लेकर समाज में कई गलतफहमियाँ हैं, जिनके कारण लोग जाँच और उपचार से दूर रहते हैं। इसके बाद पियर एडुकेटर सुमित कुमार ने कहा कि एड्स और महिलाओं पर हिंसा दोनों विषय मानवाधिकार और सामाजिक मूल्यों से गहराई से जुड़े हैं। उन्होंने बताया कि किसी भी प्रकार की हिंसा — छोटी हो या बड़ी — उसे स्वीकार करना या चुप रहना समाज के लिए हानिकारक है।
महिलाओं पर हिंसा के विभिन्न रूपों पर विस्तृत बातचीत: डॉ. अफ़रोज़ ने महिलाओं पर बढ़ती हिंसा के शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक, आर्थिक और डिजिटल रूपों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि सामाजिक दबाव और शर्म के कारण कई महिलाएँ अपनी पीड़ा व्यक्त नहीं कर पातीं, जिसके कारण समस्याएँ और गंभीर हो जाती हैं।
एचआईवी संक्रमण कैसे होता है — विशेषज्ञों ने दी सही जानकारी: NSS यूनिट-2 के कार्यक्रम पदाधिकारी दिनेश कुमार ने बताया कि एचआईवी संक्रमण केवल असुरक्षित यौन संबंध, संक्रमित रक्त, संक्रमित सुई, या माँ से बच्चे में जन्म के दौरान फैलता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि हाथ मिलाने, साथ भोजन करने, आलिंगन या सामान्य संपर्क से एचआईवी नहीं फैलता। साथ ही उन्होंने कहा कि समय पर जाँच और ART दवाओं के माध्यम से व्यक्ति पूरी तरह सामान्य जीवन जी सकता है।
जागरूकता ही सबसे बड़ा हथियार : स्वयंसेवक अजित कुमार ने कहा कि एचआईवी व एड्स के खिलाफ सबसे प्रभावी उपाय जागरूकता है। उन्होंने बताया कि महिलाओं की सुरक्षा केवल व्यक्तिगत लड़ाई नहीं, बल्कि पूरे समाज की साझा जिम्मेदारी है। कार्यक्रम के समापन पर पियर एडुकेटर सुमित कुमार ने स्वयंसेवकों को शपथ दिलाई कि वे समाज में सही जानकारी का प्रसार करेंगे, भेदभाव मिटाने में सहयोग देंगे और सम्मान व सुरक्षा का वातावरण बनाने के लिए जागरूकता बढ़ाएँगे।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्वयंसेवकों की उपस्थिति: इस अवसर पर सहायक प्रो. डॉ. मसूर हैदरी सहित स्वयंसेवक —अजित कुमार, सुमित कुमार, विक्रम राठौर, फलक, प्रिंस केसरी, अभिनव कुलदीप, कोमल, अतिया मेहर, शाहनाज, यासमीन, राजेश, तसनीम, साहिबा, साइमा तथा कई अन्य NSS विद्यार्थियों की सक्रिय उपस्थिति रही।






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