बेगूसराय के प्रेक्षागृह सह आर्ट गैलरी कन्कौल में आयोजित तीन दिवसीय जिला स्तरीय युवा उत्सव 2025 के दूसरे दिन युवाओं और कलाकारों ने अपनी उत्कृष्ट कला प्रतिभा से मंच को जीवंत कर दिया। कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार सरकार तथा जिला प्रशासन बेगूसराय के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित यह उत्सव सोमवार को संपन्न होगा।
शास्त्रीय संगीत से हुई शुरुआत, युवा ऊर्जा से भरा वातावरण: कार्यक्रम की शुरुआत दामिनी मिश्रा की शास्त्रीय संगीत प्रस्तुति से हुई, जिसने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस अवसर पर जिला शिक्षा पदाधिकारी मनोज कुमार ने युवाओं को ऐसे सांस्कृतिक आयोजनों में बढ़-चढ़कर भाग लेने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा— “कला और संस्कृति मनुष्य के सर्वांगीण विकास का आधार है। बेगूसराय की धरती कला एवं संस्कृति में अत्यंत उर्वर रही है।”

प्रतिभागियों को राज्य स्तरीय उत्सव का मिलेगा मौका: जिला कला संस्कृति पदाधिकारी श्याम सहनी ने प्रतिभागियों को शुभकामनाएँ देते हुए बताया कि विजयी प्रतिभागियों को राज्य स्तरीय युवा उत्सव में भाग लेने का अवसर मिलेगा। इस तीन दिवसीय उत्सव में समूह लोकगीत, समूह लोकनृत्य, कविता लेखन, कहानी लेखन, चित्रकला, वक्तृता, नवाचार विज्ञान सहित अनेक विधाओं में प्रतियोगिताएँ हो रही हैं।
दूसरे दिन की प्रमुख प्रस्तुतियाँ 👉 🎵 गायन, शास्त्रीय एकल गायन – मुस्कान कुमारी, 👉 एकल लोक गायन – आरती कुमारी, मुस्कान कुमारी, कशिश कुमारी, अंजली कुमारी, सुहानी कुमारी, मंचन कुमारी
🥁 वादन: तबला वादन – वेदांत💃 नृत्य: एकल नृत्य – खुशी कुमारी, 👉 समूह लोक नृत्य – निशु कुमारी एवं टीम, साक्षी कुमारी एवं टीम
✍️ साहित्यिक प्रतियोगिताएँ : 👉 कविता लेखन – अमन कुमार, मिलपी कुमारी, अमन कुमार, मुस्कान कुमारी, अभिलाषा कुमारी, संगीता कुमारी👉 कहानी लेखन – सुमन कुमार, नवीन कुमार, मुस्कान कुमारी
निर्णायक मंडल: कहानी लेखन – डॉ. सच्चिदानंद पाठक, शेखर सावंत, सुंदरम गांधीगायन – डॉ. मनोहर गोपाल, अरविंद पाठक, कविता कुमारी। वादन – दिनेश पाल, अशोक कुमार पासवान 👉 नृत्य – रामू कुमार, सोनी कुमारी
कार्यक्रम में सहयोग: रूपेश कुमार, राजमणि कुमारी, अंजली कुमारी, मनोज कुमार और सौरभ कुमार ने कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण सहयोग दिया। शिक्षक गौरव कुमार पाठक ने कविता और गीत के माध्यम से मंच संचालन कर कार्यक्रम में विशेष आकर्षण जोड़ा।
जिला स्तरीय युवा उत्सव 2025 का दूसरा दिन पूरी तरह से युवा ऊर्जा, कला की विविधता और सांस्कृतिक समृद्धि को समर्पित रहा। दर्शक और प्रतिभागी दोनों ही अगले दिन की गतिविधियों को लेकर उत्साहित दिखाई दिए।






Total views : 63010