बेगूसराय, 8 सितम्बर 2025
राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम के अंतर्गत सोमवार को जिला स्तर पर अंतर विभागीय सामान्य समिति की बैठक जिलाधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस अवसर पर निर्णय लिया गया कि 16 सितम्बर 2025 को कृमि मुक्ति दिवस और 19 सितम्बर 2025 को मॉप-अप दिवस के रूप में मनाया जाएगा। सिविल सर्जन डॉ. अशोक कुमार ने बताया कि कृमि संक्रमण से बच्चों में दस्त, पेट दर्द, कमजोरी, उल्टी और भूख न लगने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। जिन बच्चों में कृमि की मात्रा अधिक होती है, उनमें संक्रमण के लक्षण भी गंभीर हो सकते हैं, जबकि हल्के संक्रमण वाले बच्चों में सामान्यत: कोई लक्षण नहीं दिखते।

उन्होंने बताया कि बचाव हेतु 1 से 19 वर्ष तक के सभी बच्चों और किशोर-किशोरियों को एल्बेंडाजॉल टैबलेट खिलाई जाएगी। दवा सेवन से बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, एनीमिया पर नियंत्रण होता है, स्वास्थ्य एवं पोषण में सुधार होता है, साथ ही सीखने की क्षमता और विद्यालय में उपस्थिति दर भी बढ़ती है।
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. गोपाल मिश्रा ने बताया कि स्कूल शिक्षक 19 वर्ष तक के सभी स्कूली बच्चों को दवा खिलाएंगे। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता 1 से 5 वर्ष तक के बच्चों तथा 6 से 19 वर्ष तक के स्कूल नहीं जाने वाले बच्चों को दवा खिलाएंगी। विशेष निर्देश के तहत दवा बच्चों को उनके सामने ही खिलाई जाएगी, दवा घर ले जाने की अनुमति नहीं होगी।
जिला कार्यक्रम प्रबंधक मो. नसीम रज्जी ने जानकारी दी कि 16 सितम्बर को सभी सरकारी एवं गैर-सरकारी विद्यालयों और आंगनबाड़ी केंद्रों पर कार्यक्रम आयोजित होगा। जो बच्चे छूट जाएंगे, उन्हें 19 सितम्बर को मॉप-अप डे पर दवा दी जाएगी। बैठक में सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, आईसीडीएस से बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, समाज कल्याण विभाग, जीविका एवं विभिन्न डेवलपमेंट पार्टनर शामिल हुए।







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