बेगूसराय/बोधगया। 7 सितम्बर 2025
बिहार आर्थिक संघ (EAB) द्वारा 21-22 नवम्बर 2024 को मगध विश्वविद्यालय, बोधगया में आयोजित 22वें वार्षिक सम्मेलन के उत्तर बिहार के प्रतिभागियों को रविवार को कन्हौली स्थित आईईए एवं ईएबी के केंद्रीय कार्यालय में आयोजित विशेष कार्यक्रम के दौरान कांफ्रेंस किट, जर्नल और प्रमाण-पत्र प्रदान किए गए। कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए आईईए के मुख्य संयोजक डॉ. अनिल कुमार ठाकुर ने प्रतिभागियों की सक्रिय भागीदारी की सराहना की। उन्होंने कहा कि अपरिहार्य कारणों से सम्मेलन के दौरान पत्रिकाएँ और प्रमाण-पत्र वितरित नहीं हो पाए थे, जिसे अब पूरा किया गया। डॉ. ठाकुर ने सभी को धन्यवाद देते हुए भविष्य के शैक्षणिक मंचों और सम्मेलनों में निरंतर भागीदारी की आशा जताई। कार्यक्रम की अध्यक्षता एमएसकेबी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. राकेश कुमार सिंह ने की। उन्होंने कहा कि बोधगया में आयोजित यह सम्मेलन दूरदर्शी विषय “भारत – एक विकसित अर्थव्यवस्था @ 2047” पर केंद्रित था, जिसमें विद्वानों और प्रतिनिधियों ने महत्त्वपूर्ण योगदान दिया। इसी अवसर पर उन्होंने बिहार आर्थिक संघ के 23वें वार्षिक सम्मेलन का आयोजन बी.आर. अंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय से संबद्ध एमएसकेबी कॉलेज में करने का प्रस्ताव रखा, जिसे सर्वसम्मति से पारित किया गया। संचालन बिहार आर्थिक संघ के सचिव डॉ. राजेश कुमार ने किया। उन्होंने बताया कि उत्तर बिहार के प्रतिभागियों को आज प्रमाण-पत्र एवं जर्नल दिए गए, जबकि दक्षिण बिहार के प्रतिभागियों को इसका वितरण 31 अगस्त को मगध विश्वविद्यालय, बोधगया के स्नातकोत्तर अर्थशास्त्र विभाग में किया गया था। कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन समन्वयक डॉ. अविनाश कुमार ने किया।
मौके पर बिहार आर्थिक परिषद (EAB) के संस्थापक सदस्य डॉ. बालाकांत शर्मा, आईईए की राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य प्रो. पूनम कुमारी एवं डॉ. दानिश सब्बीर, संयुक्त सचिव डॉ. ध्रुव कुमार सिंह, डॉ. तनवीर निजामी, डॉ. अनीश चन्द्र मिश्रा, डॉ. विकास कुमार शांडिल्य, डॉ. प्रदीप कुमार, डॉ. सुमन कुमारी सहित बड़ी संख्या में शिक्षक, शिक्षिकाएं और शोधार्थी मौजूद रहे।







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