बेगूसराय, 5 सितम्बर। 2025
बिहार राज्य कार्यपालक सेवा संघ के मीडिया प्रभारी दुर्गेश नंदन कुमार सहित कई कार्यपालक सहायक रौनक कुमार, नरेश कुमार दास, अंकित कुमार, अमन कुमार, राकेश कुमार, लल्लन कुमार, धीरज कुमार, कन्हैया कुमार ने जिला व्यावसायिक सुरक्षा वाहिनी, बेगूसराय कार्यालय पहुँचकर संगठन की मांगों से संबंधित एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन सुरक्षा वाहिनी के अध्यक्ष आलोक कुमार अग्रवाल और महासचिव डॉ. राजेश कुमार रोशन को दिया गया तथा इसे प्रशासन और सरकार तक पहुँचाने का अनुरोध किया गया।
📌 जायज हैं मांगें – सुरक्षा वाहिनी अध्यक्ष आलोक कुमार अग्रवाल ने कहा कि लगभग 15 वर्षों से कार्यपालक सहायक कार्यरत हैं। उनकी प्रमुख मांगें 👉 स्थायीकरण एवं राज्यकर्मी का दर्जा 👉 सातवें वेतनमान के अनुरूप वेतन निर्धारण 👉 आकस्मिक मृत्यु पर परिजनों को उचित मुआवजा और एक आश्रित को नौकरी पूरी तरह से न्यायसंगत हैं। उन्होंने सरकार से इन पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने की अपील की।
📌 कार्यपालक सहायक योजनाओं की रीढ़ – महासचिव डॉ. राजेश कुमार रोशन ने कहा कि कार्यपालक सहायक सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं को धरातल पर उतारने और आम जनता तक लाभ पहुँचाने का काम करते हैं। उनकी उपेक्षा राज्य और जिले के विकास के साथ अन्याय है। सरकार को इनकी मांगों को तुरंत पूरा करना चाहिए।
📌 25 हजार कार्यपालक सहायक वर्षों से कर रहे इंतजार: मीडिया प्रभारी दुर्गेश नंदन कुमार ने बताया कि पूरे बिहार में लगभग 25,000 कार्यपालक सहायक कार्यरत हैं, जिनमें से बेगूसराय जिले में ही 500 से अधिक हैं। उन्होंने कहा, “हम लोग वर्षों से अपनी जायज मांगों के लिए संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन अब तक केवल आश्वासन मिला है। स्थायीकरण, वेतनमान, आकस्मिक मृत्यु पर मुआवजा, गृह जिला स्थानांतरण जैसी मांगें सरकार को तत्काल माननी चाहिए।”
📌 दिन-रात मेहनत के बावजूद उपेक्षा: कार्यपालक सहायक रौनक कुमार ने कहा कि वे लोग सरकार की योजनाओं को लागू करने के लिए 24 घंटे मेहनत करते हैं, फिर भी उनकी जायज मांगों की अनदेखी की जा रही है।
👉 ज्ञापन सौंपने के बाद कार्यपालक सहायकों ने स्पष्ट किया कि यदि उनकी मांगों पर जल्द ही सकारात्मक निर्णय नहीं लिया गया, तो आंदोलन का रुख और तेज किया जाएगा।







Total views : 63124