
👉 निर्धारित समय तक 1-1 की बराबरी, पेनाल्टी शूटआउट में 3-1 से मिली जीत
👉सेमीफाइनल में मधेपुरा ने वैशाली को 2-0 और पूर्णिया ने बेगूसराय को 3-1 से दी मात
बेगूसराय। 8 अगस्त 2025
यमुना भगत स्टेडियम, तेघड़ा बेगूसराय में शुक्रवार को संपन्न हुए राज्य स्तरीय सुब्रतो मुखर्जी फुटबॉल प्रतियोगिता 2025 (अंडर-17 बालक वर्ग) के फाइनल मुकाबले में मधेपुरा ने रोमांचक जीत दर्ज कर खिताब अपने नाम कर लिया। मधेपुरा ने पूर्णिया को पेनाल्टी शूटआउट में 3–1 से हराया।

निर्धारित समय तक दोनों टीमों के बीच मुकाबला 1-1 गोल की बराबरी पर रहा। पहले और दूसरे हाफ में कोई भी टीम गोल करने में सफल नहीं हो पाई, जिसके बाद परिणाम पेनाल्टी शूटआउट से तय हुआ। मधेपुरा के खिलाड़ियों ने दबाव में शानदार प्रदर्शन करते हुए विजयी बढ़त बनाई।

इससे पहले खेले गए सेमीफाइनल मुकाबलों में मधेपुरा ने वैशाली को 2-0 से हराया। मधेपुरा की ओर से ईशांत और केशांत ने एक-एक गोल किया। वहीं, दूसरे सेमीफाइनल में पूर्णिया ने बेगूसराय को 3-1 से मात दी। पूर्णिया के सनोत, मनीष और रत्नेश ने एक-एक गोल किया, जबकि बेगूसराय के लिए साहेब कुमार ने एकमात्र गोल दागा।
सम्मान और शुभकामनाएं:- फाइनल मुकाबले से पहले उपाधीक्षक शारीरिक शिक्षा बेगूसराय श्याम सहनी ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर उनका उत्साह बढ़ाया। मैच समाप्ति के बाद पुरस्कार वितरण समारोह में विजेता और उपविजेता टीम को ट्रॉफी, मेडल और प्रमाणपत्र प्रदान किए गए।श्याम सहनी ने कहा, “दोनों टीमों ने शानदार खेल का प्रदर्शन किया। मेरी शुभकामना है कि विजेता टीम राष्ट्रीय स्तर पर बिहार का नाम रोशन करे।” उन्होंने प्रतियोगिता के सफल आयोजन के लिए सभी पदाधिकारियों, शारीरिक शिक्षकों और आयोजन समिति को धन्यवाद दिया।
आयोजन की विशेषताएं:- यह प्रतियोगिता बिहार राज्य खेल प्राधिकरण, खेल विभाग बिहार सरकार और जिला प्रशासन बेगूसराय के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित हुई। निर्णायक के रूप में मो. शाहिद, दिनेश कुमार सुमन, कैलाश पंडित और रोशन गुप्ता ने अपनी भूमिका निभाई। शशि कुमार सुमन रेफरी इंचार्ज रहे। आयोजन में संजीव कुमार मुन्ना, गौरव कुमार पाठक (मंच संचालन), विश्वजीत कुमार, चिरंजीवी ठाकुर, राजेश कुमार रौशन, अरविंद कुमार, शुभम, मणिकांत और अन्य शारीरिक शिक्षकों का योगदान सराहनीय रहा। बेगूसराय की मेजबानी और खिलाड़ियों के खेल कौशल ने दर्शकों और प्रतिभागी टीमों पर गहरी छाप छोड़ी।