
लीवर एवं पाइल्स इन दो रोगों पर आर्युवेदिक दवा के बेहतर प्रभावी को लेकर शिवकुमारी आयुर्वेद महाविद्यालय द्वारा दो दिवसीय परिचर्चा का आयोजन
बेगूसराय। 24 मई 2025
लिवर एवं पाइल्स रोगों को उचित खानपान एवं आयुर्वेदिक दवाओं के उपयोग से ठीक किया जा सकता है। ये बातें राजकीय अयोध्या शिवकुमारी आयुर्वेद महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. श्रीनिवास त्रिपाठी ने कही। प्राचार्य डॉ. श्रीनिवास त्रिपाठी ‘कैप्शन’ होटल में इन दो रोगों पर आयोजित परिचर्चा का उद्घाटन कर रहे थे। डॉ. श्रीनिवास ने लिवर रोगों पर लिव-52 के प्रभाव की विशद व्याख्या करते हुए इसे एक उपयोगी औषधि बताया। डॉ. राजीव कुमार शर्मा ने इस पर चर्चा में भाग लेते हुए झाबुआ, कासनी, मकोय, कॉपरबुस, कासमर्द, बिरंजारीफ, अर्जुन आदि जड़ी बूटियां के लिवर रोगों पर हुए फायदे की विशद व्याख्या की। चर्चा को आगे बढ़ते हुए आंख, नाक, कान, गला रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. मुन्ना कुमार ने फैटी लीवर और लीवर सिरोसिस की चर्चा करते हुए उपरोक्त आयुर्वेदिक औषधियों को प्रभावी बताया। उन्होंने कहा कि हमें अपने दैनिक जीवन में अपने आहार विहार को ठीक करना होगा। चर्चा में रस शास्त्र विभाग के डॉ. प्रमोद कुमार एवं डॉ. अनिल कुमार, द्रव्यागुण विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. राम नंदन सहनी, डॉ. लाल कौशल, डॉ. आनंद मिश्रा, डॉ. शंभू कुमार, डॉ. मुकेश कुमार आदि ने लीवर की बीमारियों पर विभिन्न औषधियों के प्रभाव की चर्चा की। बाल रोग विभाग के डॉ. ओमप्रकाश द्विवेदी ने बच्चों के उदर रोग खासकर फास्ट फूड जनित बीमारियों पर अपना वैज्ञानिक पक्ष रखा। इस परिचर्या में उपाधीक्षक डॉ. दिलीप कुमार वर्मा, डॉ. किश्वर सुल्ताना, डॉ. उर्वशी सिंहा, डॉ. प्रदीप कुमार वर्मा, डॉ. विपिन कटारिया, प्रभाकर कुमार एवं संतोष कुमार मिश्रा ने भाग लिया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ जी पी शुक्ला ने किया।