
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर विशेष

महिलाएं मुखरता से अपनी बात रखने लगी है। घर की स्त्री जब धर्म को अपनाती है, तब उसकी आने वाली पीढ़ियां भी सुशिक्षित और संस्कारवान बनती है। आज की स्त्री इसी प्रकार घर और बाहर का तालमेल बिठाकर नए और मजबूत समाज का निर्माण सजकता से कर रही है।
अदिति सिंह भदौरिया, इंदौर मध्य प्रदेश