
विभिन्न तरह के दर्द से पीड़ित व्यक्तियों का इलाज मर्म चिकित्सा के माध्यम से किया जाएगा।
बेगूसराय। 19 मार्च 2025राजकीय अयोध्या शिवकुमारी आयुर्वेद महाविद्यालय, बेगूसराय में मर्म चिकित्सा के माध्यम से “पेन मैनेजमेंट” किया जा रहा है। बुधवार को मर्म चिकित्सा की नई ओपीडी का शुभारंभ प्राचार्य डॉ. श्रीनिवास त्रिपाठी के द्वारा किया गया। इस ओपीडी के लिए मर्म चिकित्सा के विशेषज्ञ डॉ. रमण रंजन की पदस्थापना बेगूसराय आयुर्वेद महाविद्यालय में की गई है। डॉ. रमन रंजन की नई ओपीडी में आज रोगियों की भरमार लगी रही जो विभिन्न तरह के दर्द से पीड़ित थे, उनकी चिकित्सा मर्म के माध्यम से की गई। डॉ. रमण रंजन ने बताया कि प्राचीन आयुर्वेद में मर्म चिकित्सा का विधान है। हमारे शरीर में 107 मर्म स्थल हैं जो प्राण की ऊर्जा का स्थान है। शरीर में स्थित इन्हीं ‘व्हाईटल पॉइंट्स’ के मर्म को स्टिम्युलेट कर एवं मर्म में स्थित प्राण रूपी ऊर्जा का संचरण कर रोगों का इलाज किया जाता है। डॉ. रमन रंजन ने बताया कि खासकर पेन मैनेजमेंट में मर्म चिकित्सा बहुत ही प्रभावकारी है, एवं तत्काल लाभ करती है। उन्होंने कहा कि इसके लिए मर्म स्थल को स्टिम्युलेट करने के साथ-साथ औषधियां भी दी जाती है जिससे यह तत्काल लाभ करता है। खासकर के ‘फ्रोजन शोल्डर’ अब बाहुक में यह बहुत ही लाभकारी है। प्राचार्य डॉ. श्रीनिवास त्रिपाठी ने इस अवसर पर मर्म चिकित्सा क्लिनिक का उद्घाटन करते हुए उन्हें हार्दिक शुभकामनाएं दी और कहा कि हमारे लिए यह अत्यंत प्रसन्नता का क्षण है कि बेगूसराय में मर्म चिकित्सा विशेषज्ञ के रूप में डॉ. रमण रंजन की पदस्थापना की गई है। तत्काल डॉ. रमन रंजन बुधवार को अपनी ओपीडी में चिकित्सा कार्य करेंगे। मांग के अनुरूप उनकी ओपीडी बढ़ाई जा सकती है। मौके पर महाविद्यालय उपाधीक्षक डॉ. दिलीप कुमार वर्मा, डॉ. लाल कौशल कुमार, डॉ. विजेंद्र कुमार, डॉ. अखिलेश जायसवाल, डॉ. भानु प्रताप राय, डॉ. संदीप गुप्ता, डॉ. संतोष कुमार व अन्य चिकित्सक उपस्थित थे।