
बेगूसराय। 28 फ़रवरी 2025
भारतीय चिकित्सा केंद्रीय आयोग के मानक के अनुसार शुक्रवार को आयुर्वेद महाविद्यालय, बेगूसराय में विष चिकित्सा की नई ओपीडी का उद्घाटन किया गया। उद्घाटन प्राचार्य डॉ. श्रीनिवास त्रिपाठी के द्वारा किया गया। इस नई ओपीडी के पश्चात आयुर्वेद महाविद्यालय में अब बहिरंग विभाग के 10 ओपीडी संचालित हो गए हैं। महाविद्यालय की अगद तंत्र विभाग की विभाग प्रभारी डॉ. इंदु कुमारी ने दर्जनों रोगियों को देखकर विष चिकित्सा विभाग का शुभारंभ किया। इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. श्रीनिवास त्रिपाठी के अलावे उपाधीक्षक डॉ. दिलीप कुमार वर्मा, स्त्री रोग प्रभारी डॉ. वीजेंद्र कुमार, मर्म चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. रमण रंजन, रस शास्त्री डॉ. अनिल कुमार, पूर्ववर्ती छात्र समिति के अध्यक्ष डॉ लाल कौशल कुमार, पंचकर्म प्रभारी डॉ. आनंद मिश्रा, डॉ. प्रमोद कुमार, शल्य चिकित्सा विभाग प्रभारी डॉ मनीष कुमार, आलोक, आवासीय चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. रामसागर दास, बाल रोग विभाग प्रभारी डॉ. ओमप्रकाश द्विवेदी, ईएनटी रोग विशेषज्ञ डॉ. मुकेश कुमार, स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. माधुरी कुमारी, आपातकालीन चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. उर्वशी सिंन्हा समेत महाविद्यालय के कई प्रमुख चिकित्सक उपस्थित थे।मौके पर प्राचार्य डॉ. श्रीनिवास त्रिपाठी ने कहा कि प्राचीन आयुर्वेद में अगद तंत्र के तहत विष चिकित्सा आता है। जिसमें कुत्ता एवं विभिन्न पशुओं के द्वारा काटे गए लोगों का इलाज एवं गंभीर चर्म रोग, कीट -पतंगों के द्वारा शरीर पर उत्पन्न किए गए गंभीर चर्म रोग का इलाज किया जाएगा। पूर्ववर्ती छात्र समिति के अध्यक्ष डॉ. लाल कौशल कुमार ने नई ओपीडी का स्वागत किया है। महाविद्यालय अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. दिलीप कुमार ने इस ओपीडी खोलने में राज्य आयु समिति के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. धनंजय शर्मा के प्रति आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि डॉ. धनंजय शर्मा, प्राचार्य डॉ. श्रीनिवास त्रिपाठी, एवं डॉ वीजेंद्र कुमार के स्तुत्य सहयोग के कारण आज इस विभाग में रोगियों की चिकित्सा प्रारंभ हो गई है । इस विभाग को खोलने में महाविद्यालय के मो. जहीर आलम, शैलेंद्र कुमार सिंह, पंकज कुमार सिंह, सुनील कुमार सिंह एवं अनिशा कुमारी का स्तुत्य सहयोग मिला है। इस अवसर पर शल्य कक्ष की संगीता कुमारी भी उपस्थित थी।