
बिहार के 25 जिलों से राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर के कवि सहित 151 कवि-कवयित्रियों ने की शिरकत।
बेगूसराय स्थित एक निजी उत्सव हॉल में बेगूसराय साहित्य महाकुंभ का आयोजन किया गया। जिसमें बिहार के 25 जिलों से राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर के कवि सहित 151 कवि-कवयित्रियों ने शिरकत की। 09 फरवरी रविवार को आयोजित इस कार्यक्रम का उद्घाटन डॉ. सुरेश प्रसाद राय, सुनील कुमार सिंह, जदयू नेता पंकज कुमार सिंह तथा भोजपुरी फिल्म बलमा रंगरसिया के प्रोड्यूसर विश्वनाथ पोद्दार ने कवि समूह के साथ संयुक्त रूप से किया। कार्यक्रम देर तक चलता रहा। इस महाकुम्भ में वरिष्ठ, युवा और बाल कवि तीनों स्तर के कवियों का ताल-मेल देखने को मिला।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नगर विधायक कुंदन कुमार सिंह ने इस तरह के कार्यक्रम को समाज के लिए आवश्यक बताया। वहीं साहित्य के विकास के लिए ऐसे कार्यशाला पर भी जोर दिया। उदघाटनकर्ता डॉ. सुरेश प्रसाद राय ने तमाम कवियों का स्वागत करते हुए कहा कि जब भी उनकी जरूरत पड़ेगी वे कवियों के लिए हाजिर रहेंगे। मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में फिल्म बलमा रंगरसिया के प्रोड्यूसर विश्वनाथ पोद्दार ने तमाम कवियों की प्रतिभा की सराहना करते हुए कहा आगे बेगूसराय में जब भी इस तरह का कार्यक्रम होगा उनका भरपूर सहयोग रहेगा।वहीं बेगूसराय साहित्य महाकुंभ में नवादा जिला से आए अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के कवि ओंकार कश्यप ने मंच से ही घोषणा कर दी कि आज के बाद कहीं भी उनका कार्यक्रम होगा तो उसमें बिहार के एक कवि अवश्य शामिल होंगे।

इस तरह नए-नए प्रतिभा को आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा।कार्यक्रम में वैशाली से नागेन्द्र मणि, महेश राय, मुजफ्फरपुर से आमीर हम्ज़ा, समस्तीपुर से सत्यसंघ भारद्वाज, नालंदा से अविनाश पाण्डेय, नवनीत कृष्णा, पीएचडी की छात्रा सह युवा कवयित्री वर्षा रानी, जहानाबाद से सागर आनंद, राणा वीरेंद्र सिंह, अशोक प्रियदर्शी, नवादा से उत्पल भारद्वाज, नितेश कपूर, पटना से अंकेश कुमार, हरिशंकर कुमार, गया से विवेक कुमार चंचल, जमुई से नूतन कुमारी, भागलपुर से सच्चिदानंद किरण, मधुबनी से डॉ. राजकुमार भारती, अररिया से बरखा भारती सहित लखीसराय, पूर्णिया, शेखपुरा, दरभंगा, गोपालगंज, सीवान, आरा, अरवल, बांका, खगड़िया, कटिहार, कैमूर, सहरसा आदि जिले से कवियों ने भी काव्यपाठ कर खुब वाह-वाही बटोरी।बेगूसराय साहित्य महाकुंभ में शामिल हुए तमाम कवियों को शाल, मोमेंटो तथा फाइल-बैग आदि देकर सम्मानित किया गया।कार्यक्रम को सफ़ल बनाने में शेखर सावंत, रंजना सिंह अंगवाणी, सुजीत कुमार, सुन्दरम समुद्र, राणा कुमार सिंह, अजीत झा संजीत, अभिलाष झा सहित कई सदस्य का सहयोग रहा।