👉 ग्रीन हाइड्रोजन से SAF तक, बरौनी रिफाइनरी में डॉ. शर्मा ने साझा किया इंडियनऑयल का भविष्य विज़न
👉 “अनुसंधान एवं विकास ही रिफाइनरियों की जीवनरेखा” – समीक्षा बैठक में बोले डॉ. शर्मा
👉 बरौनी रिफाइनरी में वृक्षारोपण से लेकर तकनीकी समीक्षा तक, डॉ. शर्मा की दो दिवसीय यात्रा रही खास
बेगूसराय/बरौनी, 22 अगस्त 2025
इंडियनऑयल की बरौनी रिफाइनरी को 21 और 22 अगस्त 2025 को निदेशक (अनुसंधान एवं विकास) डॉ. आलोक शर्मा की मेज़बानी का सौभाग्य प्राप्त हुआ। उनके साथ कार्यकारी निदेशक (आर०टी०) आर. के. कौशिक सिंहा तथा अनुसंधान एवं विकास टीम भी मौजूद रही। अतिथियों का स्वागत कार्यकारी निदेशक एवं रिफाइनरी प्रमुख सत्य प्रकाश, कार्यकारी निदेशक (परियोजना एवं कोर ग्रुप) संजय रायज़ादा और वरिष्ठ प्रबंधन टीम ने किया। इस अवसर पर सूर्य सरोवर परिसर में वृक्षारोपण कार्यक्रम भी आयोजित किया गया।

रिफाइनरी प्रमुख सत्य प्रकाश ने कहा कि “अनुसंधान एवं विकास आज के शोधन परिदृश्य की जीवनरेखा है, जहां ऊर्जा परिवर्तन, पर्यावरणीय चेतना और उत्पाद रणनीति को पुनर्परिभाषित कर रहे हैं। ”डॉ. आलोक शर्मा ने वरिष्ठ नेतृत्व टीम के साथ समीक्षा बैठक की और रिफाइनरी के तकनीकी प्रदर्शन, नई तकनीकी प्रगति, अनुसंधान एवं भविष्य की योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने ईंधन और पेट्रोकेमिकल के बीच संतुलन बनाए रखने की आवश्यकता पर बल दिया।

उन्होंने बताया कि इंडियनऑयल द्वारा विकसित पॉलीप्रोपाइलीन कैटेलिस्ट, सतत विमानन ईंधन (SAF), कार्बन डाइऑक्साइड से कार्बन मोनोऑक्साइड निष्कर्षण, जैव-प्रौद्योगिकी, इथेनॉल संयंत्र विकास और Indane XTRATEJ व PropaneT जैसे उत्पाद आने वाले समय में ऊर्जा क्षेत्र में नई दिशा प्रदान करेंगे। डॉ. शर्मा ने यह भी उल्लेख किया कि इंडियनऑयल राष्ट्रीय हाइड्रोजन मिशन के अंतर्गत 10,000 टन प्रतिवर्ष क्षमता वाला ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट स्थापित कर रहा है, जो हरित ऊर्जा के क्षेत्र में एक बड़ा कदम होगा। उनकी इस यात्रा ने बरौनी रिफाइनरी की तकनीकी उत्कृष्टता, सतत नवाचार और परिचालन रणनीति को नई मजबूती दी, जो इंडियनऑयल के ऊर्जा नेतृत्व के विज़न के अनुरूप है।







Total views : 63163