भाजपा-एनडीए और चुनाव आयोग मिलकर एक साजिश के तहत विपक्षी पार्टी के मतदाताओं का वोटर लिस्ट से नाम काट रहे
बेगूसराय। 24 जुलाई, 2025
नेता प्रतिपक्ष बिहार विधानसभा सभा तेजस्वी यादव को मतदाता सूची पुनरीक्षण को लेकर जो आशंका शुरुआती दौर था वो जमीन पर दिखने लगा है। मतदाता पुनरीक्षण अभियान की आड़ में भाजपा-एनडीए और चुनाव आयोग मिलकर एक सोची समझी साजिश के तहत विपक्षी पार्टी के मतदाताओं का वोट लिस्ट से नाम काट रहे हैं। जो कि लोकतंत्र के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। ये बातें राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश प्रवक्ता अरुण कुमार यादव ने जिला परिसदन, बेगूसराय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि भाजपा-एनडीए को अच्छी तरह आभास हो गया कि बिहार में तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन की सरकार बनने वाली है। आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में हार को देखते हुए भाजपा-एनडीए ने चुनाव आयोग को आगे कर बिहार के कमजोर वर्ग, अल्पसंख्यक, दलित, पिछड़े और विपक्षी दलों के समर्थकों के नाम सूची से हटा कर उन्हें लोकतंत्र और संविधान से बेदखल करना चाहते है। जबकि तेजस्वी यादव के नेतृत्व में वोट का अधिकार बचाने की लड़ाई लड़ने के लिए बिहार की जनता तैयार है।राजद प्रवक्ता ने कहा कि नीतीश सरकार के पास अपना कोई विजन और रोडमैप नहीं है। इसलिए बिहार की जनता ने तय कर लिए है पढ़ाई, लिखाई, दवाई, सिचाई, कमाई, सुनवाई और कार्रवाई वाली सरकार तेजस्वी यादव के नेतृत्व में बनानी है। उन्होंने कहा कि बेगूसराय जिला पुलिस प्रशासन द्वारा पिछले 9 जुलाई को बिहार बंद के दौरान राजद कार्यकर्ताओं पर एफआईआर कर सत्ता पक्ष के इशारे पर उन्हें प्रताड़ित किया जाना घोर निंदनीय और अलोकतांत्रिक है। संवाददाता सम्मेलन में राजद के प्रदेश महासचिव फ़ैयाज़ आलम, राजद के जिलाध्यक्ष मोहित यादव, व्यवसायी प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष बुटन साह, महानगर अध्यक्ष शिव जी महतो, झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष सुमन पासवान, पवन पोद्दार, सुनील साह, रामवरण साह, भवेश महतो, राजकुमार साह, अजय पटेल, रानी राउत सहित दर्जनों नेता उपस्थित थे।





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