लोकतंत्र की नई मिसाल, बिहार के मतदाताओं ने दिखाया जबरदस्त उत्साह
पटना, नेशनल पॉजिटिव न्यूज़ | 7 नवंबर 2025
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण के मतदान ने इतिहास रच दिया है। गुरुवार को हुए मतदान में 64.66% मतदाताओं ने वोट डाला, जो 1951 से लेकर 2024 तक हुए विधानसभा और लोकसभा, दोनों चुनावों के सभी रिकॉर्ड तोड़ गया। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने इसे ऐतिहासिक मतदान बताते हुए मतदाताओं को बधाई दी।

🔹 अब तक का सबसे ऊँचा मतदान : चुनाव आयोग के अनुसार, इस बार पहले चरण में 64.66% मतदान हुआ है और अंतिम आंकड़ों में यह प्रतिशत और बढ़ सकता है। इससे पहले बिहार में सबसे अधिक मतदान वर्ष 2000 के विधानसभा चुनाव में हुआ था, जब 62.57% वोट पड़े थे। वहीं लोकसभा चुनावों में अब तक का सर्वाधिक मतदान 1998 में 64.60% रहा था — जिसे इस बार का मतदान पार कर गया।

🔹 सिर्फ तीन बार पार हुआ 60% का आंकड़ा : 1951 से अब तक बिहार में केवल तीन बार ही मतदान प्रतिशत 60% से ऊपर गया था —1990: 62.04%, 1995: 61.79%, 2020: 62.57% लेकिन इस बार 64.66% मतदान के साथ सभी पुराने रिकॉर्ड ध्वस्त हो गए। पहले चरण में 18 जिलों की 121 विधानसभा सीटों पर कुल 3 करोड़ 75 लाख वोटरों ने लोकतंत्र का पर्व मनाया।

🔹 शांतिपूर्ण रहा मतदान, पहली बार 100% लाइव वेबकास्टिंग : पूरे राज्य में मतदान शांतिपूर्ण रहा। चुनाव आयोग ने 100% मतदान केंद्रों पर लाइव वेबकास्टिंग की व्यवस्था की। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार, चुनाव आयुक्त डॉ. सुखबीर सिंह संधू और डॉ. विवेक जोशी ने पूरे दिन मतदान प्रक्रिया पर नज़र रखी।
🔹 अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षक भी बने गवाह : पहली बार बिहार में अंतरराष्ट्रीय चुनाव आगंतुक कार्यक्रम (IEVP) के तहत दक्षिण अफ्रीका, इंडोनेशिया, थाईलैंड, फिलीपींस, बेल्जियम और कोलंबिया से आए 16 प्रतिनिधियों ने मतदान प्रक्रिया का अवलोकन किया। करीब 4 लाख मतदानकर्मी और 90,000 से अधिक महिला स्वयंसेवक (जीविका दीदी) ने पूरी प्रक्रिया को सफल बनाया।
🔹 EVM में बंद हुई बड़ी हस्तियों की किस्मत : पहले चरण में बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, तेजस्वी यादव, तेजप्रताप यादव सहित 1,314 प्रत्याशियों की किस्मत EVM में बंद हो गई है।
🔹 रिकॉर्ड वोटिंग के पीछे ‘SIR’ सुधार : सूत्रों के अनुसार, रिकॉर्ड वोटिंग के पीछे “SIR (Systematic Voter Roll Improvement)” का बड़ा असर रहा। इसमें करीब 70 लाख मृत, फर्जी या डुप्लिकेट वोटरों के नाम हटाए गए, जिससे मतदान प्रक्रिया और पारदर्शी बनी।
🔹 लोकतंत्र की जीत : मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि बिहार के मतदाताओं ने लोकतंत्र में विश्वास की नई मिसाल पेश की है। इतना उत्साह और अनुशासन पहले कभी नहीं देखा गया। उन्होंने मतदान कर्मियों और सुरक्षाकर्मियों के प्रति भी आभार व्यक्त किया।
🌟 निष्कर्ष: बिहार ने दिखाया लोकतंत्र का असली चेहरा : पहले चरण में हुए इस ऐतिहासिक मतदान ने साबित कर दिया कि बिहार अब विकास, जागरूकता और भागीदारी की राह पर है। यदि अगले चरणों में भी यही रुझान बना रहा, तो यह चुनाव बिहार की लोकतांत्रिक पहचान को एक नई ऊंचाई देगा।






Total views : 63030