
बेगूसराय। 10 अप्रैल 2025
10 अप्रैल को होम्योपैथी के जनक डॉ. हनीमैन की 270 वीं जयंती शहीद सुखदेव सिंह समन्वय समिति कार्यालय में मनाई गई। शिक्षक नेता अमरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि होम्योपैथी के जनक महात्मा हनीमैन के नाम पर आज ही के दिन विश्व होम्योपैथी दिवस के रुप में मनाया जाता है। होम्योपैथिक दुनिया की सबसे बड़ी दूसरी स्वास्थ्य पद्धति मानी जाती है। इसकी दवाई सुलभ और सरल है। और इसका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं है। मौके पर राजकुमार शर्मा जिला अध्यक्ष होम्योपैथी मेडिकल एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने कहा कि डॉ. हनीमैन का जन्म यूरोप के देश जर्मनी में हुआ था। इनके पिता एक पोर्सिलिन सलीम पेंटर थे। इन्होंने होम्योपैथी की स्थापना कर विश्व में अपना नाम रौशन किया। डॉ. एमएम रहमानी ने चिकित्सक हनीमैन के तैलचित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा की डॉ. हनीमैन विश्व के महान डॉक्टर थे। वे एमडी डिग्री प्राप्त एलोपैथी चिकित्सा विज्ञान के ज्ञाता थे। डॉ हैनिमैन एलोपैथी के चिकित्सक होने के साथ-साथ कई यूरोपियन भाषाओं के ज्ञाता थे। इस अवसर पर मृणाल शंकर मनु, आलोक कुमार, सोनू कुमार, पवन शर्मा, आनाया सिंह, विवेक कुमार एवं अनेक़ लोगों ने उनके तैल चित्र पर माल्यार्पण कर उनको श्रद्धांजलि दी।